मेरी ये कुछ पंक्ति उन् साथियों के नाम...जिनोहें अपनी निस्वार्थ और इमानदार कोशिश से समाज को बदलने की कोशिश की है और कहीं हद तक सफल भी हुए हैं
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क्या है ये काला कुर्ता...?
धुंदली आँखों के लिए रोशिनी है,ये काला कुर्ता
या फिर उस रोशिनी को पाने की उम्मीद है ,ये काला कुर्ता
क्या है ये काला कुर्ता...?
ठन्डे कोयलों में चिंगारी है ,ये काला कुर्ता
या फिर चिंगारी को आग में बदले की कोशिश है ,ये काला कुर्ता
क्या है ये काला कुर्ता...?
आओ आओ नाटक देखों की गूँज है,ये काला कुर्ता
या फिर उस नाटक से बदलाव की उम्मीद है ये कला कुर्ता
क्या है ये काला कुर्ता...?
चंद नौजवानों का पसीना है,ये कला कुर्ता
या फिर उस पसीने को मिलती लोगों की तालियाँ है,ये कला कुर्ता
क्या है ये काला कुर्ता...?
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अब पता चला की क्या है ये काला कुर्ता
शायेद दूसरों को जगाने की ज़रुरत है,ये काला कुर्ता
और साथ में खुद में बदलाव की कोशिश है ये काला कुर्ता .